CTET Psychology and Pedagogy Points in hindi
- मनोविज्ञान मन का अध्ययन / विज्ञान है - थॉमस रीड , पोंपोलोजी
- मनोविज्ञान आत्मा का अध्ययन / विज्ञान है - सुकरात , अरस्तू , थॉमस रीड
- मनोविज्ञान चेतना का अध्ययन / विज्ञान है - विलियम जेम्स , वुण्ट , टिचनेर
- मनोविज्ञान व्यवहार का अध्ययन / विज्ञान है - वॉटसन , स्किनर , पावलोव , थोर्नडाइक , हल
- मनोविज्ञान के जनक - अरस्तू
- मनोविज्ञान की जननी - दर्शनशास्त्र
- आधुनिक मनोविज्ञान के जनक - विलियम जेम्स
- औपचारिक / प्रयोग मनोविज्ञान के जनक - विलियम वुण्ट
- शिक्षा मनोविज्ञान के जनक - थोर्नडाइक
- अधिगम मनोविज्ञान के जनक - एबिंगहास
- बाल मनोविज्ञान के जनक - पीकोट
- मनोविज्ञान का आत्म संप्रत्यय - विलियम जेम्स
- मनोविज्ञान का प्रकार्यवाद - विलियम जेम्स
- मनोविज्ञान का संरचनावाद - विलियम वुण्ट
- जीवन का स्वर्ण काल - किशोरावस्था
- जीवन की सुनहरी अवस्था - बाल्यावस्था
- संरचना वाद - वुण्ट
- प्रकार्यवाद - जेम्स
- मनोविश्लेषणात्मक वाद - फ्रायड
- व्यवहारवाद - वाटसन
- समग्र वाद ( गेस्टाल्ट वाद ) -वर्दिमर , कोहलर , कोफ्फा
- मानवतावाद - मासलो , रोजर्श , आल्पोर्ट
- स्ंग्यानात्मक् वाद - पियाजे , टॉलमैन
- प्रथम बुद्धि परीक्षण - बिने 1905
- प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला -वुण्ट 1879 जर्मनी कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय
- थार्न डाइक के अनुसार बुद्धि के प्रकार - सामाजिक , स्थूल , अमूर्त
- बुद्धि का एक कारक सिद्धान्त - बिने
- बुद्धि का द्विकारक सिद्धान्त -स्पीयर मैन
- बुद्धि का त्रिकारक सिद्धान्त स्पियर मैन
- बुद्धि का बहू कारक सिद्धान्त - थार्न डाइक
- बुद्धि का समूह कारक सिद्धान्त -थर्स्टन
- बुद्धि का पदानुक्रमिक सिद्धान्त - फिलिप बर्नन
- बुद्धि संरचना का त्रिआयामी सिद्धान्त - गिलफोर्ड
- बुद्धि का तरल - ठोस सिद्धान्त - आर बी कैटल
- बहुबुद्धि सिद्धान्त - गार्डनर
- संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्त - पियाजे
- त्रितन्त्र सिद्धान्त - स्टर्नवर्ग
- ईरोस - जीवन मूल प्रवृत्ति
- थानटोस -मृत्यु मूल प्रव्रत्ति
- लिबिड़ो -यौन मूल प्रव्रत्ति
- नार्सिसिज़्म - स्वप्रेम ( फ्रायड ) शैशववस्था
- मानो लैंगिक सिद्धान्त - फ्रायड
- स्ंग्यनात्मक विकास सिद्धान्त -प्याज़े
- मनोसामाजिक विकास सिद्धान्त -इरिक्सन
- भाषा विकास सिद्धान्त - चोमस्की
- नैतिक विकास सिद्धान्त - कोहलबर्ग
- मानव जीवन का आधार - शैशवावस्था
- ओडिपस कॉम्प्लेक्स - लड़कों का मातृप्रेम - फ्रायड ( शैशववस्था )
- एलेक्ट्रा कॉम्प्लेक्स - लड़कियों का पितृप्रेम - फ्रायड( शैशववस्था )
- प्रारम्भिक विद्यालय अवस्था / स्फूर्ति अवस्था / गंदी अवस्था - बाल्यावस्था 6-12
- समस्यात्मक अवस्था - किशोरावस्था 12-18
- सीखने का आदर्श काल - शैशवावस्था
- बालक शब्दों का सार्थक प्रयोग करना प्रारम्भ कर देता है - 3 वर्ष की आयु में
- शारीरिक , मानसिक , व सीखने में तीव्रता पायी जाती है - शैशवावस्था में
- दोहराने की प्रवृत्ति , जिज्ञासा प्रवृत्ति ,सामाजिक भावना का विकास - शैशवावस्था में
- क्या , क्यों ,कैसे के प्रश्न बालक सर्वाधिक पूछता है - बाल्यावस्था में
- आत्मनिर्भरता की भावना , समूह की भावना, संग्रह प्रवृत्ति पायी जाती है - बाल्यावस्था में
- किशोरावस्था संघर्ष ,तनाव , संघर्ष व तूफान की अवस्था है -स्टेनले हाल
- कल्पना , दिवा स्वप्न ,व तर्क शक्ति पायी जाती है - किशोरावस्था में
- शिशु अवस्था की पुनरावृत्ति वाली अवस्था है - किशोरावस्था
- घनिष्ठ मित्रता , मित्रों को अधिक महत्व , समाज सेवा , वीर पूजा , स्वाभिमान की भावना का विकास - किशोरावस्था में
- अपराध पृवृत्ति एवं व्यवसाय की चिंता - किशोरावस्था
- जन्म के समय शिशु की लंबाई व भार - 51 सेमी व 3 Kg लगभग
- शिशु में हड्डियों की संख्या - 270
- बाल्यावस्था में हड्डियों की संख्या - 350
- किशोरावस्था में हड्डियों की संख्या 206
- पियाजे के अनुसार बौद्धिक / संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाएँ - A- Sensory Motor Stage -0 -2 वर्ष B- Pre Operational stage - 2-7 वर्ष , C -Concrete Operational Stage -7-12 वर्ष , D-Formal Operational stage - 12-15 वर्ष
- जेरोम ब्रूनर के अनुसार संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाएँ - A- Enactive Stage , B- Iconic Stage , C -Symbolic Stage
- बालक के समाजीकरण का प्रारम्भ होता है - परिवार से
- संवेगों के 14 प्रकार बताए - मैकडूगल ने
- पियाजे के अनुसार नैतिक विकास के प्रमुख तीन स्तर - A - Moral Realism , B -Moral Equality ,C -Moral Relativism
- कोहल बर्ग के अनुसार नैतिक विकास के प्रमुख तीन स्तर - A-Pre Conventional level , B-Conventional Level , C -Post Conventional Level
- Thorndike के अनुसार बुद्धि के प्रकार - A - सामाजिक बुद्धि , B - स्थूल बुद्धि , C - अमूर्त बुद्धि
- T C A V D परीक्षण बनाया - थोर्नडाइक ने
- बुद्धि मापन का कारक परीक्षण ( Factor Theory ) दिया - L . Thurston ने
- WAIS ( Wechsler Adult Intelligence Scale ) परीक्षण बनाया - डी वैशलर ने
- बुद्धि का क्रमिक सिद्धान्त ( Hierarchical Theory) दिया - फिलिप बर्नन ने
- बुद्धि का त्रिविमीय सिद्धांत ( Three Dimensional Model ) दिया - J . P Guilford ने
- WISC ( Wechsler Intelligence Scale for Child )- 1949
- हिंदुस्तानी बिने परीक्षण तैयार किया - C . H. Rice ने 1912 में
- Army Alfa Scale -Otis ने प्रथम विश्वयुद्ध के समय ( ये एक शाब्दिक परीक्षण था )
- Army Beta Scale -Robert Yerkes द्वितीय विश्व युद्ध के समय ( ये एक अशाब्दिक परीक्षण था )
- I . Q . ( Intelligence Quotient ) के प्रयोग का सुझाव दिया -स्टर्न तथा कुहलमान ने 1912 मे
- I Q का सर्वप्रथम प्रयोग किया गया -Terman ने सन 1916 में
- I . Q . = M A / C A X 100
- बुद्धि परीक्षणों के प्रकार - 1- व्यक्तिगत , 2- समूहिक , 3- शाब्दिक , 4- अशाब्दिक बुद्दि परीक्षण
- बिने - साइमन बुद्धि परीक्षण का स्टेंफोर्ड संसोधन किया - Terman ने
- व्यक्तित्व का मनोविश्लेषणात्मक सिद्धान्त दिया - फ्रायड ने
- फ्रायड के मनो विश्लेषणात्मक सिद्धान्त के अनुसार व्यक्तित्व के प्रमुख घटक - 1- Id 2- Ego 3- Super Ego
- व्यक्तिव का शरीर रचना सिद्धान्त / Type Theory / Constitutional Theory - W H Sheldon व Kretschmer ने ।
- W H Sheldon के अनुसार व्यक्तित्व के प्रकार - A - Endomorphy , B - Mesomorphy , C - Ectomorphy
- Kretschmer के अनुसार व्यक्तित्व के प्रकार - A- Asthenic B Athletic C Psynic
- व्यक्तित्व का शील गुण सिद्धान्त ( Trait Theory Of Personality )- G W Allport
- 16 P F ( Personality Factors ) - R B Cattell
- व्यक्तित्व का Trait - Type सिद्धान्त दिया - H J Eysenck
- व्यक्तित्व का मांग सिद्धान्त ( Need Theory ) -Maslow and Murrey
व्यक्तित्व के मांग सिद्धान्त के अनुसार 5 प्रमुख मांगें - A -Physiological Needs, B- Saftey Needs , C- Social Needs ,D - Self - Esteem Needs , E - Self - Actualization Needs
97 व्यक्तित्व को अंतर्मुखी ( Introvert ) , बहिर्मुखी ( Extrovert ) एवं उभयमुखी ( Ambivert ) में बाँटा - Jung ने।
98-व्यक्तित्व मापन के लिए Ink Blot Test दिया - Harman Rorchach ( कार्ड संख्या - 10)
99-TAT ( Thematic Apperception Test ) दिया - मॉर्गन एवं मुर्रे ने ( कार्ड संख्या - 31)
100-CAT ( Child Apperception Test ) दिया - Leopoled Bellak ( कार्ड संख्या 10)
101-SAT ( Senior Apperception Test ) दिया - Leopoled Bellak ( कार्ड संख्या 16
102-Learning is not a Product ,it is a Process
103-अधिगम / सीखना ( Learning ) हमारे व्यवहार में होने वाला स्थायी परिवर्तन है ।
104-किसी तरह के नशा , थकान , बीमारी एवं दुर्घटना के कारण हमारे व्यवहार में आने वाला अस्थायी परिवर्तन सीखना ( Learning) नहीं कहलाता है ।
105-अधिगम सिद्धांतों के प्रमुख 2 वर्ग - 1- व्यवहारवादी / संबंधवादी सिद्धान्त ( Behaviourist / Connectionist Theories ) 2- संज्ञानात्मक सिद्धान्त ( Cognitive Theories )
106- अधिगम के संबंधवादी / व्यवहार वादी सिद्धान्त -
Thorndike Connectionism Theory Pavlov Classical Conditioning Theory Skinner Operant Theory Hull Reinforcement Theory Guthrie Contiguity Theory 107- संबंधवादी / व्यवहारवादी सिद्धान्त में सीखने की प्रक्रिया चलती है = उद्दीपक ( stimulus ) व अनुक्रिया ( Responce ) के मध्य ।
108 -अधिगम के संज्ञानात्मक ( Cognitive ) सिद्धान्त -
1-Learning By Insight Theory ( अंतर्दृष्टि द्वारा अधिगम सिद्धान्त/ गेस्टाल्ट / पूर्णाकार / समग्र / सूझ सिद्धान्त )- वर्दिमर ,कोहलर ,कोफ्फा एवं लेविन द्वारा 2- Tolman Learning Theory 3- Lewin Field Theory 4-Gagne Hierarchy Theory 5- Bandura Theory of Social Learning
109- MMPI -Minnesota Multiphasic Personality Inventory
110- 1-उद्दीपक - अनुक्रिया सिद्धान्त / Bond Theory / प्रयास - त्रुटि सिद्धान्त - E L Thorndike
111- व्यक्तित्व का पाँच घटकीय सिद्धान्त ( OCEAN) - माइक्रे व कोस्टा
O- Openness
C -Conscientiousness
E - Extraquersion
A - Agreeableness
N - Neuroticism
112-संस्कृति मुक्ति बुद्धि परीक्षण ( Culture Free Intelligence test ) - कैटल
113- Double Bind -दो विरोधाभासी विचार
114- एपिन एफ्रिन और नॉर एपिन एफ्रिन स्रावित होते हैं - एड्रीनल ग्रंथि से
115- Tip Of The Tongue - दुबारा याद आना - ब्राउन मैकलीन
Very helpful sir
ReplyDeleteI am your student (Nitesh Verma)
बहुत ही महत्त्वपूर्ण नोट्स है गुरुजी।🙏🙏
ReplyDeleteThanks
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