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What are variables in research? । चरों के प्रकार

What are variables in research? चरों के प्रकार 
Variable ( चर )-
चर क्या होते हैं ( what are variables in research ) इस प्रश्न  का उत्तर इस प्रकार है -
चर का तात्पर्य वस्तु घटना तथा चीज के उन गुणो से होता है , जिन्हे मापा जा सकता है । 

" किसी प्राणी ,वस्तु या चीज के मापने योग्य गुणों को चर कहते हैं " - D  Amato 
चर होने के लिए अनिवार्य शर्त - 
1-चर को मापा जाना संभव होना चाहिए । 
2-चरों का मापन मात्रात्मक (Quantitively)  या गुणात्मक (Qualitatively )होना चाहिए । 
जैसे - आयु , लंबाई , धर्म , भाषा , IQ ,परीक्षा परिणाम , सीखना आदि । 
  • अतींद्रिय प्रत्यक्षण (Extra Sensory perception) विभ्रम ( Hallucination )भ्रम (Illusion ) तीनों  ही मानव गुण हैं लेकिन इन्हे चर की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता क्योकि इनका यथार्थ मापन संभव नहीं है ।  
चरों के प्रकार- ( संक्षेप में )-
चरों को निम्न आधारों पर 3 प्रकारों में  बांटा गया है -
A - कारणीय सम्बन्धों के आधार पर / On the basis of cause - effect relation -
1- निराश्रित चर / स्वतंत्र चर  / Independent  / I V / Experimental / Controlled / stimulus variables  -
I - Type - E 
II - Type - S 
2- हस्तक्षेप / मध्यस्थ चर / Intervening variable -
3- बाह्य चर /संगत चर / बहिरंग चर / नियंत्रण चर / अस्त - व्यस्त करने वाला चर / Extraneous / Relevant / control /confounding Variable -
4-आश्रित चर / Dependent Variable  
B - शोध अभिकल्प के आधार पर / On  the basis of research design 
1- सक्रिय चर / Active variable 
2- गुण चर / जैविक चर /Attribute variable / organic variable 
C - मापन की इकाई के आधार पर / On the basis of measurement unit -
1- श्रेणीगत चर/ categorical  variable 
इन्हे पुनः 3 भागों में बांटा गया है 
I - सतत /स्थिर चर / constant variable 
II- द्विगोस्ती / Dichotomous variable 
III - बहुगोस्ती / Polytomous 
2- निरंतर /  परिवर्तनीय चर / continuous variable  

चरों के प्रकार- ( विस्तार पूर्वक वर्णन  ) -

A - कारणीय सम्बन्धों के आधार पर / On the basis of cause - effect relation -
1- निराश्रित चर / स्वतंत्र चर  / Independent  / I V / Experimental / Controlled /  stimulus  variables -
इसके मूल्यों ( value ) में  जोड़ तोड़ ( manipulation ) / परिवर्तन किया जाता है । 
  • इस जोड़ तोड़ का प्रभाव आश्रित चर पर पड़ता है 
  • इस पर प्रयोग कर्ता का नियंत्रण होता है 
  • स्वतंत्र चर का संबंध  कारण से होता है 
स्वतंत्र चर के प्रकार - 
स्वतंत्र चर दो प्रकार के होते हैं -

I - टाइप E -
इसमें  शोध कर्ता स्वतंत्र चर में जोड़ तोड़ सीधे ढंग से या प्रयोगात्मक / experimentally ढंग से करता है ।
जैसे-  पाठ की लंबाई का सीखने पर पड़ने वाला प्रभाव  के अध्ययन में शोध कर्ता पाठ की लंबाई को घटा या बढ़ा सकता है । 
II - टाइप S -
इसमें शोध कर्ता स्वतंत्र चर में जोड़ तोड़ सीधे ढंग से न करके चयन / selection द्वारा किया जाता है ।
जैसे - आयु , धर्म , स्थान आदि । 

2-  हस्तक्षेप / मध्यस्थ चर / Intervening variable -ये स्वतंत्र और आश्रित चर के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाते हैं अर्थात दोनों के मध्य संबंध स्थापित करते हैं । 
3- बाह्य चर /संगत चर / बहिरंग चर / नियंत्रण चर / अस्त - व्यस्त करने वाला चर / Extraneous / Relevant / control /confounding Variable -
  • ये परिणाम को प्रभावित करते हैं 
  • ये स्वतंत्र चर के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं 
  • शोध कर्ता इसके प्रभाव को आश्रित चर पर पड़ने से रोकता है 
  • वास्तव में ये स्वतंत्र चर की श्रेणी के ही होते हैं लेकिन प्रयोग कर्ता  इनके प्रभाव का अध्ययन नहीं करना चाहता है इसलिए इन्हे रोक कर रखता है इसीलिए इन्हे नियंत्रण चर (control variable )
  • ये एक प्रकार का संभाव्य स्वतंत्र चर होता है 
  • इसे प्रयोग के दौरान स्थिर रखा जाता है 
  • ये परिवर्तित नही होता है क्योकि इसे प्रयोगकर्ता द्वारा नियंत्रित कर दिया जाता है 
जैसे - सीखने पर पुरस्कार के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए बहुत से चरों जैसे आयु ,यौन , संख्या ,पाठ का स्वरूप ,समय ,प्रयास , पुरस्कार की मात्रा आदि को नियंत्रित करना अनिवार्य होता है 
 
ध्यान दें - नियंत्रित चर / controlled variable और नियंत्रण चर /  control variable दोनों अलग अलग हैं 

बाह्य चर /संगत चर / बहिरंग चर /  के प्रकार - 

  I - प्रयोज्य संगत चर ( Subject relevant variable )  -
 इनका संबंध subject के व्यक्तिगत गुणो से होता है - 
जैसे - आयु , यौन , बुद्धि , अभिक्षमता  आदि । 

नोट - ये भी टाइप E या  टाइप S प्रकार के हो सकते हैं

II - स्ठितगत संगत चर ( situational relevant variable ) / कार्य चर / task  variable   -  
जैसे - वातावरण का ताप , शोरगुल , प्रकाश , प्रदूषण आदि 
III - अनुक्रम संगत चर ( sequence variable ) )- 
प्रयोग या कार्य करने के दौरान  उसकी पहली अवस्था के बाद दूसरी फिर तीसरी अवस्थाएँ एक sequence में आती हैं  और सभी अवस्थाओं में कार्य करने वाला समूह या व्यक्ति वही रहते है तो संभवना  है कि उनके ऊपर थकान , उदासीनता अनुकूलन आदि का प्रभाव प्रत्येक अवस्था में बढ़ता या घटता रहे । 

4-आश्रित चर / Dependent Variable ( DV ) - 
  • इसका अध्ययन तथा मापन किया जाता है 
  • ये पूर्ण रूप से स्वतंत्र चर पर निर्भर होता है 
  • इस पर प्रयोग कर्ता का कोई नियंत्रण नहीं होता है 
  • इसके बारे में प्रयोग कर्ता पूर्व कथन कर्ता है 
  • आश्रित चर का संबंध प्रभाव से होता है 
  • इस चर का  सावधानी पूर्वक निरीक्षण व  रिकार्ड किया जाता है 
  • इसमें विश्वसनीयता व संगतता ( consistency ) होती  है
  • आश्रित चर को संवेदनशील , वैध व विश्वस्नीय होना चाहिए । 
जैसे - परीक्षा में प्राप्त अंक परिश्रम व बौद्धिक स्तर पर निर्भर करते हैं । 
इसमे परीक्षा मे प्राप्त अंक = आश्रित चर 
परिश्रम , बौद्धिक स्तर = स्वतंत्र चर 

  B - शोध अभिकल्प के आधार पर / On  the basis of research design -
1- सक्रिय चर / Active variable - 
  • इनमें हेर फेर किया जा सकता है 
  • इन्हे नियंत्रित किया जा सकता है 
जैसे - प्रयोग कर्ता द्वारा एक समूह को पुरस्कार देना तथा दूसरे समूह को दंड देना अर्थात प्रयोगकरता द्वारा पुनर्बलन में हेर फेर किया जा रहा है । 

जैसे - तापमान , दवाई आदि की मात्रा आदि । 
2-  गुण चर / जैविक चर ( Attribute  / organic  variable  )  -
  • इनमें हेर फेर नहीं किया जा सकता है 
  • इन्हे नियंत्रित नहीं किया जा सकता है 
  • जैसे - आयु , यौन , सामाजिक - आर्थिक स्तर , अभिक्षमता आदि ।
C - मापन की इकाई के आधार पर / On the basis of measurement unit -
1- श्रेणीगत चर/ categorical  variable -
इसमें प्रयोग कर्ता चरों को श्रेणियों  में बाँट देता  है 
इसे निंलिखित वर्गों में विभाजित किया जा सकता है -
 I - स्थिर चर / constant Variable -
जिनका केवल एक ही मान  हो । 
जैसे - फूल और पेड़ आदि । 
II - द्विगोस्ती चर / Dichotomous Variables
ऐसे चरों में प्रदत्तों की दो श्रेणियाँ होती हैं । 
जैसे - नर - मादा , अमीर - गरीब आदि । 
III - बहुगोस्ती  चर / Polytomous Variable - 
इनमें दो से अधिक श्रेणियाँ होती हैं । 
जैसे - औसत से कम , औसत , औसत से अधिक ,  
2-  सतत / निरंतर /  परिवर्तनीय चर / continuous variable  -
एक ऐसा चर जोकि कोई भी सूक्षमतम मान धारण  कर सकता है । अर्थात मानों की संख्या अनंत है ।
जैसे - मनुष्य की लंबाई , भार , समय - वर्ष दिन घंटे मिनट सेकेंड नैनो सेकेंड आदि । 
3- असतत चर Discrete variable -
इससे सूक्ष्मतम मात्राओं को मापना संभव नहीं 
जैसे - परिवार के सदस्यों की संख्या , मकानों की संख्या आदि 
नोट -  निरंतर चर  असतत चर ( discrete variable ) के विपरीत होता है क्योंकि असतत चर केवल विशिष्ट मान ही ले सकता है और असतत चर के मान के बीच में कोई दशमलव नहीं आता है । असतत चर मात्रात्मक व गुणात्मक दोनों हो सकता है ।  
चरों का मापन -
1- सांकेतिक / वर्गीकरण मापनी / Nominal Scale -  इसमें चरो को श्रेणियों मे बांटकर उनका नामांकन कर देते हैं । 
2- क्रमसूचक मापनी / Ordinal Scale - इसमें चरों को क्रम में व्यवस्थ्ति कर देते हैं । 
3- अंतराल मापनी Interval Scale -
इसमें  क्रम बनाते समय एक निश्चित अंतराल रखा जाता है
 इसमें शून्य काल्पनिक होता है 
4- अनुपात मापनी / Ratio  Scale- 
 ये अनुपात पर आधारित होती है तथा इसमें वास्तविक शून्य / परम शून्य होता है । 

UGC NET Previous years Questions

1- वह चर जिसका मूल्य दूसरे चर से प्रभवित होता है -
A- स्वतंत्र चर 
B - आश्रित चर 
C - मध्यस्थ चर 
D - अस्त - व्यस्त चर 

 2- वह चर जो दूसरे जो दूसरे चरों में परिवर्तन का कारण बनता है - 
A- स्वतंत्र चर 
B - आश्रित चर
C - मध्यस्थ चर 
D - अस्त - व्यस्त चर 


3-  निम्न में से किस स्वतंत्र चर में  हेर फेर नहीं किया जा सकता 
-A यौन
B  जाति 
C बुद्धि 
D कोई नहीं 

4- शोध कर्ता द्वारा प्रयोग में उपयोग किए जाने वाले चरों को कहते हैं -
 A- स्वतंत्र चर 
B - आश्रित चर
C - मध्यस्थ चर 
D - अस्त - व्यस्त चर 

5- जिस चर का मूल्य परिवर्तित नहीं होता है कहते हैं 
A- स्थिर 
B - सतत चर 
C - मध्यस्थ चर 
D - असतत चर  

6- एक परीक्षण ये जानने के लिए किया जाता है कि कम नींद का स्मृति पर क्या प्रभाव पड़ता है ? इस प्रयोग में आश्रित चर होगा -
A बिन नींद के घंटों की  संख्या
B नींद के घंटों की संख्या 
C यदाश्त का स्कोर 
D थकान 

7- एक व्यवहार जिसे किसी प्रयोग के दौरान मापा जाता है उसे कहते हैं -
A- स्वतंत्र चर 
B - आश्रित चर 
C - मध्यस्थ चर 
D - अस्त - व्यस्त चर 

8- एक कार्य साधन  / functional स्वतंत्र चर को कहा जाता है -
A- स्वतंत्र चर 
B - सक्रिय चर 
C - मध्यस्थ चर 
D - अस्त - व्यस्त चर 

9- निम्न में से श्रेणीगत चर का उदाहरण है -
A - शिक्षक के बालों का रंग 
B - शिक्षक द्वारा निबंध के लिए लिया गया औसत समय 
C - स्कूल की दूरी 
D -शिक्षक का नाम 

10- निम्न में से किसे आश्रित चर नहीं कहेंगे -
A - परिणाम चर 
B - प्रतिक्रिया चर 
C - प्रभावित चर 
D -प्रायोगिक चर 

11- जब हम एक सक्रिय स्वतंत्र चर का अध्ययन कर रहे हों तो प्रतिभागियों का ऐसा समूह जिस पर हस्तक्षेप किया जा रहा हो या वे उपचार के अधीन हों , उनके लिए किस शब्द का प्रयोग किया जाता है ? 
A - प्रयोगात्मक समूह 
B - नियंत्रण समूह 
C -स्थिर समूह 
D - आश्रित समूह 

12- प्रायः अनुसंधान ऐसे हैं जिसमें बड़ी संख्या में चर होते हैं , एक संख्यकीय तकनीकी जिसका उपयोग इस प्रकार के अध्ययन में यह स्थापित करने के लिए किया जाता है जहां चरो के समूहों की चेष्टा या प्रवृत्ति परस्पर संबन्धित होने की होती है -
A - सरल सहसंबंध 
B - बहु  सहसंबंध 
C - कारक विश्लेषण 
D - कोई नहीं 

13- कारक विश्लेषण का उपयोग किस लिए किया जाता है -
A - दो चरों के मध्य संबंध  जानने के लिए 
B - परिकल्पना का परीक्षण करने लिए 
C - दो चरों के मध्य  अंतर जानने के लिए 
D - कई चरों के बीच अंतर जानने के लिए 

14- प्रयोगात्मक अध्ययन किस पर आधारित होता है -
A - चरों के कार्य साधन पर 
B - वैचारिक प्राचल 
C - अनुसंधान की पुनरावृत्ति 
D - साहित्य सर्वेक्षण पर 

15- निम्न में से कौन से विशेषता प्रयोगात्मक अनुसंधान की है - 
A - बाह्य चरो का नियंत्रण 
B - कारण - प्रभाव संबंध का अध्ययन 
C - आश्रित चर का अध्ययन 
D - उपचार चरों का हेर फेर 

16- X और Y  दो सह संबन्धित चर हैं इसका अर्थ है की दो चर -
A - एक दूसरे में भिन्नता उत्पन्न करते हैं 
B - एक ही विशेषता की माप  करते हैं
C -एक साथ परवर्तित होते है  
D - स्वतंत्र रूप से परवर्तित होते हैं  

17- दो चरों के बीच सहसम्बंध गुणांक प्रसार क्या होता है 
A  0 से +1 
B   +1 से -1 
C   1  से +1 
D   - 2 से +2 

18- निम्न मे से किसे चर नहीं माना जा सकता है 
A - लंबाई 
B पुरस्कार 
C - दवाई 
D - भ्रम 

19- वे चर जो स्वतंत्र चरके साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं तथा जिन्हे अध्ययन में शामिल होने से रोका जाता है 
A स्वतंत्र चर 
B - आश्रित चर 
C - मध्यस्थ चर 
D - अस्त - व्यस्त चर 

20- वह चर जिसका सावधानी पूर्वक निरीक्षण किया जाता है 
A -स्वतंत्र चर 
B - आश्रित चर 
C - मध्यस्थ चर 
D - अस्त - व्यस्त चर 

21- वह चर जिसे  स्वतंत्र चर् का कार्यात्मक रूप कहा जाता है 
A - स्थिर चर 
B -आश्रित चर 
C -सक्रिय चर 
D -गुण चर 

22- ऐसा चर जो सूक्षमतम  मान  धरण कर सकता है 
A - स्थिर चर 
B - सतत चर 
C -सक्रिय चर 
D -गुण चर 

23- ऐसा चर जिसके मान के बीच में दशमलव नहीं आता है 
A - स्थिर चर 
B - असतत चर 
C -सक्रिय चर 
D -गुण चर 

24-  पौधा उदाहरण है -
A - स्थिर चर 
B - सतत चर 
C -सक्रिय चर 
D -गुण चर 

25- आपकी सफलता इस परनिर्भर करती है की आप कितने घंटे अध्ययन करते हैं ,आपके अंदर प्रेरणा का स्तर क्या है , आपके पास सुविधाएं कौन कौन सी है  और वातावरण कैसा है ? 
इस कथन में दिये गए चरों के नाम एवं उनके प्रकार बताइये । 
26- what are variables in research / शोध में चर क्या होते हैं ? 

ANSWER-
1-B , 2-A, 3-D,  4-A , 5-A,  6-C,  7-B,   8-B,    9-B,   10-D,  11-A,  12-C, 13-D,  14-A,  15-D,  16-C,  17-B,  18-D,  19-D,   20-B, 21-C,  22-B, 23-B,   24-A
25-सफलता - आश्रित चर 
अध्ययन के घंटे - स्वतंत्र चर 
प्रेरणा - मध्यस्थ चर 
वातावरण , सुविधाएं - अस्त - व्यस्त  चर  
26-किसी प्राणी ,वस्तु या चीज के मापने योग्य गुणों को चर कहते हैं । 

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