Skip to main content

Posts

CATTEL TRAIT THEORY - कैटेल का शील गुण सिद्धान्त

CATTEL TRAIT THEORY - कैटेल का शील गुण सिद्धान्त  प्रतिपादक - आर बी कैटेल  कैटल  ने सर्वप्रथम 4000 शील गुण शब्दों की सूची से 171 वर्णनात्मक पदों का चयन किया ।  फिर 171 पदों  से 35 वर्गों का निर्माण किया ।  इसके बाद कारक विश्लेषण ( Factor Analysis) नाम की संख्यकीय प्रविधि का प्रयोग करके व्यक्तित्व के 12 मूलभूत कारकों को ज्ञात किया ।  इन 12 मूलभूत कारकों को कैटेल ने व्यक्तित्व शील गुण  नाम दिया  जो  इस प्रकार हैं - CYCLOTHYMIA INTELLIGENCE  EMOTIONALLY MATURE  DOMINANCE  SURGENCY  SENSITIVE , IMAGINATIVE  TRAINED , SOCIALISED  POSITIVE INTEGRATION  CHARITABLE , ADVENTUROUS  NEURASTHEIA  HYPER SENSITIVE , INFATILE  SURGENT CYCLOTHYMIA  कैटेल के अनुसार शील गुण  निम्न प्रकार के होते हैं -   सामान्य शील गुण - जो सभी व्यक्तियों में पाये जाते हैं  विशिष्ट शील गुण - जो कुछ विशेष व्यक्तियों में पाये जाते हैं  - सतही शील गुण - व्यक्ति के व्यवहार से जल्दी दिख जाते हैं - ...

TRAIT THEORY OF PERSONALITY - व्यक्तित्व का शील गुण सिद्धान्त

TRAIT THEORY OF PERSONALITY - व्यक्तित्व का शील गुण सिद्धान्त  व्यक्तित्व के शील गुणों के आधार पर  दो प्रमुख सिद्धान्त इस प्रकार हैं -  1 - G . W Allport  का शील गुण सिद्धान्त  2- R.B Cattell का शील गुण सिद्धान्त  1 - G W Allport का शील गुण सिद्धान्त - आलपोर्ट ने शील गुणों को दो भागों में बांटा है - A - सामान्य शील गुण ( Common Traits) -  ऐसे शील गुण जो किसी समाज / संस्कृति के अधिकांश व्यक्तियों में पाये जाते हैं । इन्हे सरलता से ज्ञात किया जा सकता है । B - व्यक्तिगत शील गुण ( Personal Traits)-  ये शील गुण जो बहुत कम व्यक्तियों में पाये जाते हैं । इनका अध्ययन बहुत कठिन होता है । आलपोर्ट ने व्यक्तिगत शील गुणों की तीन प्रवृत्तियाँ बताई हैं - 1- प्रमुख प्रवृत्ति ( Cardinal Disposition )-    वे प्रमुख व प्रबल शील गुण जो छिपाए नही जा सकते एवं व्यक्ति के व्यवहार से परिलक्षित हो जाते हैं ।  जैसे - सत्य ,अहिंसा  में प्रबल विश्वास होना ।  2- केन्द्रीय प्रवृत्ति ( Central Disposition) -   वे शील गुण जो व्यक्ति में अधिक सक्रिय र...

GROWTH AND DEVELOPMENT

GROWTH AND DEVELOPMENT- Human development refers to the changes that occur in the people from conception till death . Physical, social, emotional and intellectual development are the important area of development ,which are influenced by both heredity and environment .   GROWTH-  It starts with single cell. It refers the specific body changes in ( size, shape, weight, structure , ) It is measurable. It is stops at maturation. Its quantitative in nature. It is a part of development. DEVELOPMENT - It is a life long Process of Physical, Behavioural , Cognitive and Emotional growth and change. Its a overall and progressive change in the organism. It is a organisational process. It Includes growth. It is qualitative in nature . "Both Growth and Development are correlated and dependent on each other." "Development is not limited to growing larger . Instead, it consists of a progressive series of changes towards the goal of maturity . Development results in new characteristics ...

Delinquent Child - Problematic Children - अपराधी बालक-समस्यात्मक बालक

Delinquent Child - Problematic Children - अपराधी बालक-समस्यात्मक बालक अर्थ (Meaning)- ऐसे बालक जो परिवार ,कक्षा या विद्यालय में भाँति - भाँति की समस्याएँ उत्पन्न करते हैं तथा ये स्वयं को ठीक ढंग से समायोजित नहीं कर पाते हैं जिससे वे अपने अध्यापकों के लिए समस्या बने रहते हैं ।  जैसे- चोरी करने वाले बालक , झूठ बोलने वाले बालक , क्रोध करने वाले बालक , विद्यालय से भाग जाने वाले बालक , गृह कार्य न करने वाले बालक , कक्षा में  देर से आने वाले  बालक आदि । अपराधपूर्ण / समस्यात्मक व्यवहार के कारण-  1- बालकों की आवश्यकताएँ  पूर्ति न होना ।  2- अत्यधिक लाड़ प्यार ।  3- अत्यधिक कठोर अनुशासन ।  4- असुरक्षा की भावना ।  5- परिवार / विद्यालय / समाज का दूषित अथवा तिरष्कार पूर्ण वातावरण अथवा व्यवहार  ।  उपचार / सुधार के उपाय - 1- बच्चों के साथ सहानुभूति पूर्ण एवं सहयोगात्मक व्यवहार ।  2- बच्चों की मूल प्रवृत्तियों का दमन न करना ।  3- बच्चो को प्रोत्साहन व पुरस्कार देना ।  4- बच्चों को मनोरन्जन के उचित अवसर दिये जाएँ ।  5- बच्चों के ...

Gifted - Superior-Talented-Rapid Learners-Bright Children -Brilliant Students - प्रतिभाशाली बालक

Gifted - Superior-Talented-Rapid Learners-Bright Children -Brilliant Students   प्रतिभाशाली  बालक  अन्य नाम - Superior / Talented / Rapid learner / Bright Children/ Brilliant Student   अर्थ - (Meaning)- ऐसे बालक जिनकी बुद्धिलब्धि सामान्य बालकों से अधिक होती है उन्हें प्रतिभाशाली बालक कहा जाता है ।  सामान्य तौर पर उच्च बुद्धि लब्धि( Intelligence Quotient )  130+ वाले बालकों को प्रतिभाशाली बालक कहा जाता है ।                                                     मानसिक आयु ( mental age) बुद्धि लब्द्धि  ( I Q )                    __________________________     X 100                                                     ...

Backward Children - पिछड़े बालक

Backward Children - पिछड़े बालक अर्थ (Meaning) - वे बालक जो शिक्षा प्राप्त  करने में सामान्य बालकों पिछड़ जाते हैं । अतः जो बालक अपनी कक्षा के अन्य बालकों से शैक्षिक  दृष्टि से पिछड़ जाते हैं उन्हे पिछड़ा बालक कहते हैं । पिछड़े बालकों का मंद  बुद्धि होना आवश्यक नही ।  औसत या तीव्र बुद्धि बालक भी पिछड़ा हो सकता है ।  केवल शैक्षिक दृष्टि से पिछड़ने वाले ही पिछड़े बालक होते हैं ।  पिछड़ेपन को ज्ञात करने का सूत्र - पिछड़ेपन को शैक्षिक - लब्धि ( Educational Quotient)  द्वारा ज्ञात करते हैं ।  शैक्षिक - लब्धि (E. Q. ) = शैक्षिक आयु ( Educational Age )    X 100                                           दैहिक आयु ( Chronological Age )  जिस बालक की शैक्षिक लब्धि के 85 से कम होती है उसे पिछड़ा बालक कहा जा सकता है   पिछड़ेपन के कारण -  शारीरिक कारण  पारिवारिक वातावरण  आर्थिक कारण  बुरे मित्रों की संगति  अयोग्य अध्यापक...

Exceptional children - Special Children -Mentally Retarded Children - बिशिष्ट बालक -मंद बुद्धि बालक

Exceptional children - Special Children -Mentally Retarded Children   बिशिष्ट बालक -मंद बुद्धि बालक- अर्थ- सामान्य बालक ( जिनकी शारीरिक , मानसिक, संवेगात्मक एवं सामाजिक क्षमताएँ लगभग समान स्तर की होती हैं ) से भिन्न बालक जिनकी क्षमताएं सामान्य बालकों से अधिक या कम होती हैं तथा उनके लिए विशेष प्रकार की शिक्षा व्यवस्था करनी पड़ती है ,उन्हे विशिष्ट बालक / अपवादात्मक या  असाधारण  बालक कहते  हैं  ।  परिभाषा - "विशिष्ट बालक वह है जो बौद्धिक ,शारीरिक ,संवेगात्मक ,अथवा सामाजिक  दृष्टि से सामान्य समझी जाने वाली वृद्धि व विकास से इतना भिन्न है कि वह नियमित विद्यालय कार्यक्रम से पूर्ण लाभ नहीं उठा सकता है तथा विशिष्ट कक्षा अथवा पूरक शिक्षण सेवाएँ चाहता है " - क्रुक शेङ्क ( Cruickshank)  विशिष्ट बालकों के मुख्य प्रकार ( Types of Exceptional Children ) -   1- मंद बुद्धि बालक ( Mentally Retarded Children ) 2-पिछड़े बालक ( Backward Children) 3- अपराधी बालक ( Delinquent Children) 4- मंद अधिगम बालक ( Slow Learner Children ) 5-प्रतिभाशाली बालक ( Gifted Chi...