पर्यावरण अध्ययन । paryavaran adhyyan
उत्पत्ति -
पर्यावरण को अँग्रेजी में Environment कहते हैं , जिसकी उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के Environer शब्द से हुई है।
जिसका अर्थ होता है समस्त बाह्य दशाएँ तथा हिन्दी में इसका अर्थ होता है परि + आवरण = जिससे चारों ओर(सम्पूर्ण जगत) घिरा हुआ है।
पर्यावरण में जल,वायु,मृदा,पेड़,पौधे,जीव,जन्तुसब आ जाते हैं।पर्यावरण = Ecology(पारिस्थितिकी) +Ecosystem/पारिस्थितिकी तंत्र
पारिस्थितिकीतंत्र=जीवमंडल,जैविकघटक-(उत्पादक,उपभोक्ता,अपघटक),अजैविकघटक-(कार्बनिक,अकार्बनिक,भौतिक)
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तरों को संक्षिप्त,सारगर्भित व आसान भाषा में बिन्दु बार प्रस्तुत किया जा रहा है-
- पर्यावरण की प्रमुख शाखाएँ - Ecology , Ecosystem और Biosphere
- Ecology(पारिस्थितिकी) के जनक -Ernst Haeckel -1866
- Deep Ecology शब्द दिया - Arne Naess ने
- Ecosystem(पारिस्थितिकी तंत्र) के जनक - Arthur Tansley - 1935
- Ecology में अध्ययन किया जाता है-जीवों पर वातावरण का प्रभाव तथा उनके परस्पर संबंध का।
- Ecology को कहा जाता है - पारिस्थितिकी /Environmental Biology
- Ecosystem में जीवित प्राणी एक दूसरे प्रभाव डालते हैं और उनसे प्रभावित होते हैं तथा और भौतिक पर्यावरण के साथ ऊर्जा का आदान प्रदान करते हैं।पृथ्वी पर मुख्य रूप से दो प्रकार के पारिस्थिकी तंत्र पाये जाते हैं 1- जलीय और 2- स्थलीय
- Open Ecosystem - वह होता है जहां ऊर्जा और पदार्थ का बाह्य संसार के साथ मुक्त आदान प्रदान होता है
- Biosphere(जीवमंडल)- कई Ecosystem मिलकर एक Biosphere बनाते हैं।
- Ecosystem(पारिस्थितिकी तंत्र) के घटक - जैविक ,अजैविक और ऊर्जा
- जैविक घटक -इसमें उत्पादक,उपभोक्ता और अपघटक आते हैं।
- उत्पादक - जो अपना भोजन स्वयं बनाते हैं ( पेड़ ,पौधे आदि)
- उपभोक्ता - जो भोजन के लिए दूसरों पर निर्भर होते हैं।
- उपभोक्ता के प्रकार- A - शाकाहारी(प्राथमिक), B- मांसंहारी( द्वितीयक),C- सर्वाहारी(तृतीयक)
- अपघटक- ये मृत प्राणियों तथा पौधों का भोजन करते हैं जैसे- कवक व जीवाणु आदि।
- अजैविक घटक- इसमें प्राकृतिक पर्यावरण के सभी तत्व आते हैं।
- अजैविक घटक के प्रकार - अकार्बनिक(Inorganic),कार्बनिक (Organic) और भौतिक(physical)
- अकार्बनिक घटक (Inorganic Components) - मृदा,जल,वायु,प्रकाश,खनिज तत्व आदि।
- कार्बनिक घटक(Organic Components) - कार्बोहाइड्रेटस,प्रोटीन्स,लिपिड्स,अमीनो अम्ल आदि।
- भौतिक घटक(Physical Components)-जलवायु ,ताप,सौर ऊर्जाआदि।
- खाद्य शृंखला या खाद्य जाल -जीवों का भोजन व ऊर्जा के आधार पर एक दूसरे से संबंध होना।
- 10% नियम दिया था- Raymond Lindeman ने।
- 10% नियम संबन्धित है - खाद्य शृंखला से,जब ऊर्जा खाद्य के रूप में एक स्तर से दुसरे स्तर पर पहुँचती है तो केवल 10% ही उपयोग में आ पाती है शेष ऊष्मा में बदल जाती है।
- पारिस्थितिक पिरामिड -विभिन्न पोषक स्तरों के बीच संबंध को एक त्रिभुजाकार आकृति द्वारा दर्शाने को पिरामिड कहा जाता है।
- पारिस्थितिकी पिरामिड के जनक - चार्ल्स एल्टन
- पिरामिड के प्रकार - 1-जीवसंख्या का पिरामिड 2- ऊर्जा का पिरामिड 3- जैवमात्रा का पिरामिड
- सीधा पिरामिड - एक सीधे त्रिभुज के समान -इसमें उत्पादकों की संख्या अधिक होती है और जीवों की संख्या प्रत्येक स्तर पर कम होती जाती है। जैसे - जलीय व घासीय मैदान पिरामिड। ऊर्जा पिरामिड सदैव सीधा होता है और इसी में 10% का नियम लागू होता है।
- उल्टा पिरामिड- एक उल्टे त्रिभुज के समान- इसमें उत्पादकों की संख्या कम होती है । जैसे - एक वृक्ष का पिरामिड,तालाब का पिरामिड।
- Ecotone - किन्ही दो या दो से अधिक Ecosystem(पारिस्थितिक तंत्र) के पास - पास होने पर उनका वह क्षेत्र जो दोनों में मिश्रित/ Common हो जाता है तो उसे Ecotoneकहा जाता है।
- बायोम(Biome) - पृथ्वी पर एक बहुत बड़ा पारिस्थितिक क्षेत्र जो किसी एक विशेष स्थिति के लिए होता है । जैसे - वनीय बायोम,मरुस्थलीय बायोम,जलीय बायोम, घासीय बायोमआदि।
- पारिस्थितिक पदचिन्ह(Ecological Footprint)- ये पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों के नवीनीकरण की क्षमता और प्राकृतिक संसाधनों के मानव द्वारा उपयोग का तुलनात्मक परिणाम है।
- पारिस्थितिक पदचिन्ह(Ecological Footprint)- इसे global hectares में मापा जाता है।
- पृथ्वी के मण्डल( Spheres of Earth)- 1- स्थल मण्डल 2- जल मण्डल 3-जीव मण्डल 4- वायु मण्डल
- स्थलमण्डल(Lithosphere)- पृथ्वी की सबसे ऊपरी पर्त
- जलमंडल (Hydrosphere) - पृथ्वी की सतह पर पाये जाने वाले जल की इकाइयां - तालाब, नदी, झील, समुद्र आदि।
- जीवमंडल(Biosphere)- पृथ्वी की सतह से 3 मीटर अंदर से लेकर 30 मीटर ऊपर तक और सागर में 200 मीटर की गहराई तक जीवन है,जिसे जीवमंडल कहा जाता है।
- वायुमंडल(Atmosphere)-पृथ्वी के चारों ओर के गैसीय आवरण को वायुमंडल कहते हैं , वायुमंडल विभिन्न गैसों का मिश्रण है, वायु मण्डल का घनत्व ऊंचाई के साथ घटता जाता है।
- वायुमंडल की 6 परतें - 1-क्षोभ मण्डल 2-समताप मण्डल 3-मध्य मण्डल 4-आयन मण्डल 5- ताप मण्डल 6- बाह्य मण्डल।
- क्षोभ मण्डल/संवहन मण्डल (Troposphere)- ये सबसे निचली परत है,इसकी औसत ऊंचाई ध्रुवों पर 8 KM तथा भूमध्य रेखा पर 18 KM होती है तथा इसमें बादल,आँधी,वर्षा,जेट धाराएँ जो हवाई जहाज को गति प्रदान करती हैं पायीं जाती हैं और इसका अंतिम भाग Tropopuse कहा जाता है।
- समताप मण्डल(Stratosphere)- ये क्षोभ मण्डल के बाद 20KM से लेकर 50KM तक होता है, इसमें तापमान समान रहता है , इसकी मोटाई ध्रुवों पर सबसे अधिक होती है, हवाई जहाज उड़ाने के लिए सबसे आदर्श दशाएँ इसी मण्डल में होती हैं।
- समताप मण्डल को Mother of Pearl Clouds भी कहा जाता है।
- समताप मण्डल में ही ओज़ोन की परत भी पायी जाती है, जो सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों को रोकती है,अतः इसे पृथ्वी का सुरक्षा कवच भी कहते हैं।
- ओज़ोन परत की मोटाई मापने के लिए डाबसन इकाई का प्रयोग किया जाता है।
- ओज़ोन परत को हानि पहुंचानी वाली गैस - CFC (Chloro-Fluoro Carbon) इसमे उपस्थिति सक्रिय Chlorine गैस ही ओज़ोन परत को नष्ट करती है।
- CFC प्रयोग की जाती है- फ़िज़ ,ए सी आदि में।
- CFC उत्सर्जन को कम करने के लिए 1985 मे Montreal Protocol हुआ।
- मध्य मण्डल( Mesosphere) -ये समताप मण्डल के बाद 50KM से लेकर 80 KM तक होता है।
- यहाँ का तापमान -100 ॰ c तक चला जाता है।
- उल्काएँ इसी मण्डल में पायी जाती हैं।
- आयन मण्डल (Ionosphere)- ये मध्य मण्डल के बाद 80 KM से लेकर 640 KM तक होता है ।
- संचार उपग्रह इसी मण्डल में स्थापित किए जाते हैं, रेडियो और संचार साधन जैसे टेलीफोन, टेलीविज़न,रडार एवं रेडियो तरंगें भी इसी मण्डल में पाये जाते हैं।
- यह भाग कम वायुदाब तथा परबैगनी किरणों द्वारा आयनीकृत होता है।
- इसी मंडल में D- Layer होती है जो दीर्घ रेडियो तरंगों को अवशोषित करती है।
- E1, E2,और F1 , F2 परतें जो रेडियो तरंगों को परवर्तित करती हैं इसी मंडल में पायी जाती हैं।
- तापमंडल(Thermosphere)- यहाँ का तापमान 1000 ॰ C तक चला जाता है।
- हब्बल टेलिस्कोप,इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन इसी मण्डल में स्थापित हैं।
- ये 640 KM से लेकर 700 KM तक पाया जाता है।
- बाह्य मण्डल (Exosphere)- ये सबसे ऊपरी मण्डल है , इसमें हाइड्रोजन और हीलियम गैसें मुख्य रूप से पायी जाती हैं।
- ये 700 KM के ऊपर पाया जाता है , इसकी कोई ऊपरी सीमा निश्चित नहीं हैं।
- मानव विकास सूचकांक(human development index - HDI) इसे महबूब उल हक़ ने तैयार किया था।
- HDI को जीवन प्रत्याशा,शिक्षा और आय के सूचकांक को मिलकर तैयार किया जाता है।
- पहला HDI 1990 में जारी किया गया था।
- HDI को प्रत्येक वर्ष संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम(UNDP) द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
- GDI = Gender Related Development Index
- GEM =Gender Empowerment Measurement
- HPI = Human Poverty Index
- HDI,GDI,GEM,HPI सभी का आधार जीवन प्रत्याशा,शिक्षा और आय ही हैं।
- SDG = Sustainable Development Goal
- संयुक्त राष्ट्र मानव पर्यावरण सम्मेलन =1972
- पर्यावरण और विकास पर विश्व आयोग= 1984
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण और विकास आयोग(UNCED) = 1992
- लंदन स्मोग घटना = 1952
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